अहमदाबाद स्पेस सेंटर के निदेशक नीलेश एम देसाई ने जानकारी दी
अभी अभी इसरो की अहमदाबाद स्पेस एप्लीकेशन के मुख्य कार्यकारी निदेशक निलेश देसाई ने एक इंटरव्यू में बताया की हो सकता चंद्रयान 3 कल चंद्रमा की सतह में ना पहुंचकर 27 अगस्त को पहुंच सकता है, निलेश एम देसाई ने बताया की चंद्रयान 3 के चांदमा की सतह पर उतरने के 2 घंटे पहले हम लेंडर के मॉड्यूल की स्थिति को देख कर ही तय करेंगे की इस वक्त लेंडर को चंद्रमा की सतह पर उतरना होगा या नहीं, निलेश देसाई ने बताया की जब लेंडर चंद्रमा की सतह से 150 मीटर ऊपर होगा तब लेंडर अपने कैमरा से चंद्रमा की सतह की फोटो ले कर अपने अंदर फीड किए गए डेटा से मिला कर चेक करेगा की ये वही सतह है या नहीं जहा पर लेंडर की सुरक्षित लैंडिंग हो सके अगर लेंडर के द्वारा ली गई फोटो उसके डेटा से नही मिलती है तो लेंडर फिर 150 मीटर क्षैतिज तल पर जायेगा और फिर यही प्रक्रिया दोहरयागा अगर लेंडर को लगेगा की यहा सुरक्षित लैंडिंग हो सकती है तो वो लैंड करेगा अन्यथा 27 तारीख को लैंड करेगा ।
जानिए किस प्रकार से चंद्रयान 2 से चंद्रयान 3 अलग है, इसरो द्वारा जो चंद्रयान 2 चंद्रमा की सतह पर भेजा गया था उसमे एक ही इंजन था अगर वो इंजन खराब हो गया तो चंद्रयान मिशन फेल पर इस बार चंद्रयान 3 में अगर एक इंजन फैल हो गया तो दूसरा इंजन काम करेगा अगर मान लो दूसरा इंजन भी फेल हो गया तब भी चंद्रयान मिशन फेल नहीं होगा और चंद्रयान 3 चंद्रमा की सतह पर लैंड करके ही रहेगा ।