राज्यसभा सांसद श्री देवेंद्र प्रताप सिंह ने किया उद्घाटन
3 सितम्बर को होगा पहलवानों के बीच कुश्ती का फायनल दंगल
रायगढ़, 2 सितम्बर 2025/ अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त चक्रधर समारोह 2025 के अंतर्गत आज मोतीमहल प्रांगण में अखिल भारतीय एवं राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ हुआ। राज्यसभा सांसद श्री देवेंद्र प्रताप सिंह ने भगवान श्री हनुमान जी और राजा चक्रधर के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया, नगर निगम रायगढ़ के महापौर श्री जीवर्धन चौहान, आचार्य श्री राकेश सहित अनेक जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित रहे। अतिथियों ने खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त कर उन्हें उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यसभा सांसद श्री देवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि रायगढ़ की धरती हमेशा से कला, संस्कृति और खेलों की परंपरा को जीवित रखी है। उन्होंने कहा कि महाराज चक्रधर सिंह न केवल श्रेष्ठ घुड़सवार और हॉकी खिलाड़ी थे, बल्कि उन्होंने अपने शासनकाल में कुश्ती और कबड्डी को नई ऊँचाई दी। उन्होंने अंग्रेज पहलवान को चुनौती देने के लिए पूरन सिंह और बालानट जैसे पहलवानों को तैयार कर रायगढ़ की परंपरा को गौरवान्वित किया। सांसद श्री सिंह ने कहा कि चक्रधर समारोह शास्त्रीय संगीत और नृत्य की गरिमा से सुसज्जित एक ऐतिहासिक मंच है। उन्होंने कहा कि इस मंच की गरिमा को बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है और जिला प्रशासन एवं राज्य सरकार द्वारा इसे और भी भव्य बनाने का सतत प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा आयोजित सांसद खेल महोत्सव का उल्लेख करते हुए कहा कि यह महोत्सव तीन चरणों में आयोजित होगा। इसका उद्देश्य गांव-गांव से खेल प्रतिभाओं की पहचान कर उन्हें राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाना है। श्री सिंह ने कहा कि खेलों के प्रति हमें जागरूकता बढ़ानी होगी, क्योंकि खेल न केवल स्वास्थ्य और फिटनेस का माध्यम हैं, बल्कि समाज में एकता और अनुशासन का संदेश भी देते हैं। उन्होंने कहा कि युवा, महिलाएं और बुजुर्ग सभी वर्गों को खेलों से जोडऩे की आवश्यकता है, ताकि स्वस्थ समाज और उज्ज्वल भविष्य का निर्माण हो सके। अंत में उन्होंने आयोजन समिति और सभी पहलवानों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया ने कहा कि कुश्ती जैसे पारंपरिक खेलों का रोमांचक आयोजन न केवल दर्शकों को आकर्षित करता है बल्कि समाज में खेलों के प्रति नई ऊर्जा और उत्साह भरता है। उन्होंने आयोजन समिति और विशेष रूप से कुश्ती खिलाडिय़ों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आने वाले समय में रायगढ़ खेलों की नगरी के रूप में देश में और भी बड़ी पहचान बनाएगा।
नगर निगम रायगढ़ के महापौर श्री जीवर्धन चौहान ने कहा कि यह रायगढ़ के लिए गर्व का विषय है कि यहां राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी और छत्तीसगढ़ के पहलवान एक ही मंच पर अपने कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस रायगढ़ को कभी संस्कृति और संगीत की नगरी के रूप में जाना जाता था, आज वह खेलों की नगरी के रूप में भी पहचान बना रहा है। आचार्य श्री राकेश ने कहा कि चक्रधर समारोह हर प्रतिभा को मंच और हर व्यक्ति को सम्मान प्रदान करता है। इस अवसर पर सभापति श्री डिग्री लाल साहू, पार्षद मुक्तिनाथ बबुआ, नब्बू, शैलेश माली, डिप्टी कलेक्टर श्री धनराज मरकाम, सहायक आयुक्त श्री श्रीकांत दुबे, अतिरिक्त सीईओ श्री महेश पटेल, श्याम सिंह सोनी, बलबीर सिंह, दिनेश पटेल, बी.के.डनसेना चंद्रमणी गुप्ता सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
पहले दिन खेले गए रोमांचक मुकाबले
अखिल भारतीय प्रतियोगिता में पहला मैच 80 किलोग्राम से ऊपर के वर्ग में दिल्ली के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी प्रवीण और भिलाई के विजेंद्र के बीच खेला गया, जिसमें प्रवीण विजेता बने। दूसरा मैच 52 से 57 किलोग्राम वर्ग में रायगढ़ के राहुल चौहान और बिलासपुर के कृष्णकांत के बीच हुआ, जिसमें कृष्णकांत ने जीत दर्ज की। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का पहला मैच धमतरी के मेहुल कुंभकार और रायगढ़ के राहुल चौहान के बीच खेला गया। इसी तरह अन्य पहलवान कुश्ती प्रतियोगिता में अपना दॉव-पेच दिखा रहे है। जिसके पश्चात 3 सितम्बर को फायनल मुकाबला खेला जाएगा।
प्रतियोगिता के वर्ग
कुश्ती प्रतियोगिता में राज्य स्तर के 48 से 52 किलो ग्राम के 7 पहलवान शामिल हुए है। इसी तरह 52 से 56 किलो ग्राम में 10 पहलवान, 56 से 61 किलो ग्राम में 9 पहलवान, 61 से 70 किलो ग्राम के 12 पहलवान एवं 70 से ऊपर के 7 पहलवान शामिल है। इसी के साथ ही अखिल भारतीय में 52 से 57 किलो ग्राम में 9 पहलवान, 57 से 62 किलो ग्राम में 7 पहलवान, 62 से 70 किलो ग्राम में 10 पहलवान, 70 से 80 किलो ग्राम में 6 पहलवान एवं 80 से ऊपर के 8 पहलवान शामिल है।
रेफरी मंडल
प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका रायगढ़ के विनोद शर्मा, दिल्ली के दीपक चहर, हरियाणा के विजेंद्र, तथा इंदौर के राम यादव और विनोद यादव ने निभाई। कार्यक्रम में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित भी किया गया।