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सीएमएचओ डॉ निराला ने विद्यार्थियों को आत्महत्या रोकने दिया व्याख्यान  


विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर दानसरा स्कूल में किया गया जागरूकता कार्यक्रम

  सारंगढ़ बिलाईगढ़ 13 सितम्बर 2025/ कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे के निर्देशानुसार जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एफ आर निराला के द्वारा दानसरा के हाईस्कूल में विद्यार्थियों को आत्महत्या के संबंध में जागरूक किया। उन्होंने कहा कि आत्महत्या क्या है ?  स्वयं को मारना या जानबूझ कर अपने मृत्यु का कारण बनना ही आत्महत्या है। 

 आत्महत्या के कारण

  आत्महत्या करने के अनेकों कारण है जैसे तनाव, अवसाद (डिप्रेशन), व्यक्तित्व विकार, नशे की आदत, मानसिक रोग, सामाजिक समस्या। व्यक्ति किसी भी कारण से अत्यधिक डिप्रेशन का शिकार रहता है तब उसके दिमाग में आत्महत्या कर लेने का विचार आता है। व्यक्ति लंबे समय तक बीमार रहता है तब भी दिमाग  में इस प्रकार के नकारात्मक विचार जिसमे आत्महत्या कर लेना सोचने लगता है। नशे की आदत में चूर व्यक्ति अंत में मर जाना को सोचता है  नशा चाहे तंबाखू का हो ,दारू चरस अफीम ,गांजा आदि का हो  यह व्यक्ति अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेना सोचता है। व्यक्ति मानसिक रोगी होता है तब भी अपनी जिंदगी खत्म करने सोचता है। किसी प्रकार की सामाजिक प्रताड़ना होने पर भी व्यक्ति मरने का विचार करने लगता है। कम तनाव एक प्रेरक का कार्य करता है लेकिन यदि तनाव ज्यादा हो या ज्यादा दिनों का हो तब भी आत्महत्या कर लेना सोचता है  तनाव तीव्र, प्रासंगिक या दीर्घकालिक हो सकता है।          
आत्महत्या करने के यदि मूल कारण को पता करें, तब पता चलता है कि पारिवारिक, घरेलू हिंसा, शैक्षणिक असफलता या बेरोजगारी,  वित्तीय घाटा,  धोखा खाने से परिजन या प्रेमी से प्यार में धोखा खाने के कारण लोग आत्महत्या करते हैं। 

  आत्महत्या करने के लक्षण  जो व्यक्ति आत्महत्या करने को सोचता है उसमें निम्न लक्षण दिखता है और इसी स्टेज में गंभीरता , सक्रियता से पहचान कर ले तो आत्महत्या के प्रकरण को कम किया जा सकता है। उनको समझाइश देकर, काउंसलिंग करके जान बचाई जा सकती है। लक्षण देखकर  कैसे पहचानेंगे।व्यक्ति अपने बारे में झूठ बोलना,  लोगो के बीच में रहने से कतराना। अकेला रहना पसंद करता है)। जिंदगी को अच्छा नहीं मानता। खाने और सोने की आदत में बदलाव होना।         बात बात में मरने की बात करना। 

सुसाइड को कम करने के लिए डॉक्टर से 9098027817 पर संपर्क करें 

इसप्रकार के लक्षण दिखने पर तत्काल मदद करने पर उसकी जान बचाई जा सकती है। इसी की जागरूकता अभियान 10 सितंबर से 16 सितंबर तक चलाई जा रही है जिसमें स्कूल कॉलेज के छात्र  छात्राओं को जागरूक करना ही इस अभियान का मुख्य उद्वेश्य है। जिले में किसी भी प्रकार की मानसिक रोगों के बारे में जानकारी लेने या सुसाइड को कम करने के लिए मदद चाहिए तो जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ नरेंद्र रात्रे चिकित्सा अधिकारी मोबाइल नंबर 9098027817 से संपर्क कर सकते हैं।

आत्महत्या रिकॉर्ड

यदि हम राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट को देखेंगे तो वर्ष 2021 में 703000 लोगो ने आत्महत्या दुनिया भर में किए। इसी अवधि में हमारे देश में 164033 लोगों ने आत्महत्या किए, याने हमारे देश में ही प्रतिदिन 450 आत्महत्या हो रही है, प्रति घंटे 18 आत्महत्या अर्थात प्रति 3 मिनट में एक आत्महत्या हो रही है। यह संख्या बहुत ज्यादा होता है। आत्मा हत्या करने वाले में महिलाओं की संख्या पुरुषों की तुलना में ज्यादा  है। आत्महत्या करने वाले में  लगभग 38 % जहर खुराकी से मरते है। 32% लोग फांसी लगाकर आत्महत्या करते है  तथा शेष एक तिहाई लोग  आगजनी, पानी में डूब कर या अन्य कारणों से मरते हैं। हमारे देश में आत्महत्या करना अपराध की श्रेणी में था और आईपीसी की धारा 309 कायम हुआ था, लेकिन अब इसमें संशोधन हो चुका है दुनिया में एक देश नीदरलैंड ऐसा देश है जहां इच्छा मृत्यु वैध है।

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