पूरी दक्षता से हो काम, फील्ड पर दिखना चाहिए रिजल्ट-वित्त मंत्री श्री ओ. पी.चौधरी
जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामविचार नेताम ने वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी के साथ मैराथन बैठक लेकर रायगढ़ जिले में विभागीय काम काज की समीक्षा की
रायगढ़, 20 जुलाई2024/ प्रदेश के कृषि मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री श्री रामविचार नेताम ने आज शाम कलेक्टोरेट के सृजन सभाकक्ष में वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी के साथ बैठक लेकर रायगढ़ जिले में विभागीय काम काज की मैराथन समीक्षा की।
प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने अधिकारियों से कहा कि योजनाओं का क्रियान्वयन पूरे समर्पण निष्ठा और पारदर्शिता के साथ किया जाए। कामों को समयबद्ध तरीके से पूरा किया जाना है, अधिकारी अपने काम की स्पीड बढ़ाएं। वित्त मंत्री श्री ओ पी चौधरी ने कहा कि सभी विभागों में विभागीय योजना के साथ ही रायगढ़ के विकास के लिए जो महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट शुरू होने जा रहे हैं, इसके क्रियान्वयन में विभागीय अधिकारियों की भूमिका होगी। अत: सभी विभागों में जिला अधिकारी से लेकर मैदानी अमले तक सभी पूरी दक्षता के साथ अच्छा काम करें जिससे फील्ड में रिजल्ट दिखना चाहिए। काम काज की लगातार मॉनिटरिंग की जायेगी। इस अवसर पर राज्य सभा सांसद श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया, विधायक खरसिया श्री उमेश पटेल, विधायक धरमजयगढ़ श्री लालजीत सिंह राठिया, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री निराकार पटेल, कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल, पुलिस अधीक्षक श्री दिव्यांग पटेल, डीएफओ रायगढ़ सुश्री स्टायलो मण्डावी, डीएफओ धरमजयगढ़ श्री अभिषेक जोगावत, एडीएम सुश्री संतन देवी जांगडे, अपर कलेक्टर श्री राजीव कुमार पाण्डेय सहित जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने वन विभाग के समीक्षा के दौरान कहा कि पौध रोपण करना ही नहीं बल्कि जीवित रखना भी आवश्यक है। वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने पीपल फॉर पीपुल अभियान में पौधों के वृक्षारोपण को लेकर जानकारी ली और इसे प्लानिंग के साथ जिले के अलग-अलग स्थानों में तालाबों, नदी किनारे, गार्डन जैसी जगहों पर पीपल के पेड़ लगाने के निर्देश दिए। जिससे इस अभियान का लाभ पूरे जिले को मिल सके। साथ ही डीएफओ रायगढ़ को नगर वन उर्दना को विकसित करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने पौधों की प्रजाति चयन पर विशेष ध्यान देने की बात कही, ताकि किसानों को किसी प्रकार का नुकसान न हो। प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने जंगलों में आगजनी रोकने हेतु कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही वनों में अतिक्रमण एवं आगजनी करने वालों पर पुलिस विभाग की सहायता से कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने राजस्व विभाग के कार्यों की भी समीक्षा की। कलेक्टर श्री कार्तिकेया गोयल ने बताया कि नक्शा बटांकन पर जिले में विशेष तौर पर कार्य किया जा रहा है। पिछले 6 माह में एक लाख से अधिक नक्शा बटांकन किया जा चुका है। वहीं आगामी एक साल में दो लाख प्रकरण निराकृत करने का लक्ष्य रखा गया है। प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने अभियान के तहत शासकीय प्रयोजित जमीनों के सुरक्षित करने के निर्देश दिए, ताकि भविष्य में शासकीय प्रयोजन में किसी प्रकार की दिक्कतें न आए। इस दौरान उन्होंने विभागीय आबंटित जमीनों के सुरक्षा की जानकारी भी ली। कृषि विभाग ने बताया कि विभागीय जमीन कैम्पस में मौजूद है। इसी प्रकार उद्यानिकी विभाग द्वारा बताया गया कि उनके पास जिले में 7 उद्यान है, जो पूरी तरह से सुरक्षित है। प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने उद्यानिकी विभाग को अपने नर्सरी को विकसित कर जिले के मौसम अनुकूल आय स्त्रोत निर्मित करने के निर्देश दिए। वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कृषि विभाग को दलहन, तिलहन एवं रागी हेतु रबी में फोकस कर कार्य करने के निर्देश दिए। इस दौरान प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए आरटीई के तहत प्रवेशित स्कूली बच्चों एवं गणवेश वितरण के स्थिति की जानकारी ली। बैठक में ही उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी से गणवेश मंगवाकर गुणवत्ता की जांच की।
प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कार्य पूर्ण ग्रामों की जानकारी लेते हुए समीक्षा बैठक में ही जनपद सीईओ के माध्यम से खरसिया स्थित ग्राम सचिव से चर्चा कर कार्य पूर्णता की जानकारी ली। उन्होंने जल जीवन मिशन के कार्यों में लापरवाही करने वालों ठेकेदारों पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ होने चाहिए। जिला पंचायत के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि आवास के कार्य पूर्ण गुणवत्ता के साथ हो इसका ध्यान रखा जाए। उन्होंने व्यक्तिगत शौचालय निर्माण में प्रगति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कलेक्टोरेट परिसर में मिलेट्स कैफे हेतु कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। पुलिस विभाग के समीक्षा के दौरान एसपी श्री दिव्यांग पटेल ने पुलिस विभाग द्वारा की गई कार्यवाही की विस्तृत जानकारी दी। प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने हाल ही में लागू नए कानूनों के संबंध में जन जागरूकता हेतु प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने आदिम जाति विकास विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने वन अधिकार पत्र धारकों एवं सामुदायिक वन अधिकार के भौतिक सत्यापन एवं परियोजन के निरीक्षण के निर्देश दिए, ताकि पात्र हितग्राहियों को योजना का लाभ मिल सके। वित्त मंत्री श्री ओ पी चौधरी ने प्रयास विद्यालय के लिए भूमि के चिन्हांकन के साथ छर्राटांगर में शिफ्ट हो रहे एकलव्य आवासीय विद्यालय को मॉडल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने पीडब्ल्यूडी को निर्धारित समयावधि मुआवजा वितरण के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने सड़कों के लिए भूअर्जित जमीनों को सुरक्षित रखने के भी निर्देश दिए। उन्होंने जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने सीएमएचओ को संस्थागत प्रसव पर फोकस करने हेतु निर्देशित किया। इसी प्रकार जल संसाधन विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए लंबित कार्यों की जानकारी ली। वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि केलो डैम के साथ अन्य परियोजनाओं के स्वीकृत कार्यों के लिए टेंडर इत्यादि की प्रक्रिया पूरी कर लें जिससे बारिश के बाद काम प्रारंभ किया जा सके। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने सेतु विभाग को विशेष रूप से निर्देशित करते हुए कहा कि पुल-पुलिया के रख रखाव को लेकर नियमित मॉनिटरिंग हो। जहां समस्या हो सकती है उसके समाधान के लिए पहले से तैयारी रखें।
प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने खाद्य विभाग की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिन ग्राम पंचायतों में बड़ी संख्या में राशन कार्ड है ऐसे स्थानों में शासण्उचित मूल्य की दुकान अलग कर दिया जाए ताकि जनसामान्य को राहत मिले। इसके साथ ही जहां पर स्वयं का भवन नहीं है उसका स्टीमेट तैयार करें। उन्होंने पशुपालन एवं मछली पालन विभाग के कार्योंं की भी समीक्षा की। वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि पशुधन की सुरक्षा आवश्यक है इसके साथ ही दुग्ध उत्पादन पर विभाग फोकस करें। प्रभारी मंत्री श्री नेताम ने पशुपालन विभाग को चाराबीज वितरण करने के निर्देश दिए। जिससे पशुओं को उचित आहार प्राप्त हो सके। इसी प्रकार वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने मछली पालन के संभावनाओं को देखते हुए चांदमारी मत्स्य प्रक्षेत्र का उन्नयन करते हुए उसे मॉडल के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए ताकि किसानों को भी मछली पालन हेतु प्रोत्साहित किया जा सके। इस दौरान उन्होंने विद्युत आपूर्ति संबंधी समस्याओं के निराकरण में विस्तृत कार्ययोजना बनाकर काम करने के लिए विद्युत विभाग को निर्देशित किया।