रायगढ़, 31 जुलाई 2024/ श्री जितेन्द्र कुमार जैन प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, रायगढ़ द्वारा 30 जुलाई 2024 को उप जेल सारंगढ़ जिला का भ्रमण किया गया। जहां उप जेल के पुरूष एवं महिला बैरक का निरीक्षण कर विधिक साक्षरता शिविर का भी आयोजन किया गया। प्रधान जिला न्यायाधीश द्वारा बंदियों से मिलकर उनके मामलों के संबंध में पूछताछ की गई तथा विधिक साक्षरता शिविर में विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम 1987 एवं नालसा द्वारा समय-समय पर पात्र बंदियों की रिहाई हेतु चलाये जा रहे अभियान के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। उप जेल सारंगढ़ में स्थापित लीगल एड क्लिनिक के माध्यम से बंदियों को उनके मामले में विधिक सहायता एवं सलाह उपलब्ध कराये जाने, जिसमें पैनल अधिवक्ता/प्रतिधारक अधिवक्ता द्वारा मामले में पैरवी करने तथा जमानत आदि की कार्यवाही करने एवं छोटे अपराधों में निरूद्ध ऐसे बंदी, जो लम्बे समय से जेल में है उन्हे जेल लोक अदालत में अपराध स्वीकारोक्ति के आधार पर रिहा हो सकने की जानकारी दी गई।
निरीक्षण में बंदियों को मिलने वाली चिकित्सा सुविधा एवं चिकित्सा की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली गई तथा बंदियों से उनके स्वास्थ्य के संबंध में पूछताछ की गई। इसके अतिरिक्त बंदियों को मिलने वाली सुविधाओं के अंतर्गत भोजन, पेयजल, शौचालय, मनोरंजन एवं शिक्षा की जानकारी ली गई। साथ ही बंदियों के लिये वीडियो कान्फ्रेन्सिग के माध्यम से मुलाकात करने एवं न्यायालय पेशी में उपस्थित होने के संबंध में समीक्षा की गई। उक्त शिविर में कुमारी पारूल श्रीवास्तव, मुख्य न्यायिक मजिस्टे्रट, सारंगढ़-बिलाईगढ़, उप जेल के अधिकारी एवं कर्मचारी तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पैरालीगल वालिंटियर उपस्थित रहे।