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सर्पदंश से पीडि़त बच्ची का मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुआ त्वरित ईलाज, स्वस्थ होकर पहुंची अपने घर  

रायगढ़, 29 अगस्त 2024/ 13 वर्षीय ओमसी यादव को सांप के काटने के बाद गंभीर स्थिति में संत बाबा गुरू घासीदास स्मृति चिकित्सालय, रायगढ़ में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों की तत्परता और सुझबूझ से बच्ची को शीघ्र ईलाज मिलने से उसकी जान बच गई। बच्ची के स्वास्थ्य में पूर्ण सुधार के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। 
        संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक संत बाबा गुरू घासीदास स्मृति शा.चिकित्सालय, रायगढ़ ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम-खजरी, जिला-सारंगढ़ निवासी 13 वर्षीय ओमसी यादव को 20 अगस्त को लगभग सुबह 6 बजे के आसपास घर में सोते समय बांये हाथ में करैत सांप ने काट लिया था। बच्ची के परिजन द्वारा सांप काटने का पता चलने पर झाड-फूंक में समय बर्बाद करने के पश्चात सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सारंगढ़ ले जाया गया। जहां युवती का प्राथमिक उपचार करने के पश्चात वहां के चिकित्सकों द्वारा मेडिकल कालेज अस्पताल रायगढ़ रेफर कर दिया गया। युवती जब अस्पताल के आपातकालीन विभाग में पहुंची तो वह अत्यंत गंभीर स्थिति में आयी थी। बच्ची के शरीर में सांप का जहर फैल चुका था। आंखों की दोनों पलकों में लकवा मार दिया था। सांस लेने में अत्यधिक तकलीफ हो रही थी। बच्ची बेहोशी की हालत में थी एवं उसके हाथ-पैर ठण्डे पड़ चुके थे। नाड़ी कमजोर चल रही थी। आपातकालीन विभाग में ही बाल्य एवं शिशुरोग विभाग के डॉ.एल.के.सोनी (विभागाध्यक्ष)द्वारा गौरव क्लाडियस (एस.आर.)डॉ.दुष्यंत कु.सिदार एवं टीम द्वारा तत्काल इलाज शुरू कर दी गई। बच्ची को जीवन रक्षक दवाई एवं अन्य आवश्यक दवाईयां शुरू करने के बाद बच्ची को आईसीयू वार्ड में शिफ्ट किया गया। बच्ची को ईलाज के दौरान एंटी स्नैक वेनम, जीवनरक्षक दवाई (आइनोट्राप), सांस की कृत्रिम मशीन (वेंटिलेटर) में रखा गया था। आवश्यक दवाईयां भी समयानुसार दी गई। बच्ची के स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार आने के पश्चात विशेष निगरानी में रखते हुए दो दिवस के बाद वैंटिलेटर से बाहर निकाला गया। वेंटिलेटर से बाहर आने के उपरांत बच्ची के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आया। बच्ची के स्वास्थ्य में पूर्ण सुधार के बाद 26 अगस्त को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

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