अविश्वास प्रस्ताव के साथ ही विश्वास प्रस्ताव लाने’ की जरूरत
नयी दिल्ली, ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर बहस के बीच निर्वाचन आयोग ने पूर्व में यह सुझाव दिया था कि लोकसभा और सभी विधानसभाओं के वास्ते एक साथ चुनाव कराने के लिए एक अविश्वास प्रस्ताव के साथ ही अगले प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री के रूप में प्रस्तावित किसी नेता द्वारा एक ‘विश्वास प्रस्ताव’ लाने की भी आवश्यकता होगी। साथ ही मध्यावधि चुनाव कार्यकाल की बाकी अवधि के लिए ही कराया जा सकता है।.संविधान में संशोधन का सुझाव देते हुए आयोग ने कहा था कि लोकसभा का कार्यकाल आम तौर पर एक विशेष तारीख को शुरू और समाप्त होगा (न कि उस तारीख को जब संसद अपनी पहली बैठक की तारीख से पांच साल का कार्यकाल पूरा करती है)।.