कुपोषित बच्चों को स्वस्थ कर घर भेजने कलेक्टर ने दिए निर्देश
कलेक्टर ने मरीजों का हालचाल जाना
सारंगढ़ बिलाईगढ़, 22 नवंबर 2025/कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने डीएमएफ मद से नवनिर्मित प्रतीक्षा, दवा वितरण और ओपीडी कक्ष के शुभारंभ के बाद जिला अस्पताल सारंगढ़ का निरीक्षण किया, जहां सुपोषण केन्द्र में उन्होंने वहां उपचाररत बच्चों और माताओं से उनके बच्चे के स्वास्थ्य और वजन में आ रहे सुधार के संबंध में जानकारी लिया। कलेक्टर ने सीएमएचओ डॉ. निराला और सिविल सर्जन डॉ. जायसवाल को निर्देश दिए कि सामान्य सहित गंभीर कुपोषित बच्चों का देखभाल भलीभांति लगातार करें और स्वस्थ कर वापस घर भेंजे और फालोअप लें। इसी प्रकार पुरूष वार्ड में कलेक्टर ने वहां भर्ती मरीज से मिलकर उनके स्वास्थ्य के संबंध में जानकारी लिया।
सारंगढ़ में डायलिसिस सुविधा होने से अब मरीजों को नहीं जाना पड़ रहा रायपुर, बिलासपुर
कलेक्टर ने अस्पताल परिसर में इलाजरत किशोर बालक का हालचाल जाना और डॉक्टरों को उनके अच्छे देखभाल के निर्देश दिए। इसी प्रकार कलेक्टर ने डायलिसिस कक्ष में डायलिसिस करा रहे जिले के गांव सिंघनपुर और करबाडबरी के युवाओं से स्वास्थ्य सुविधा के बारे में पूछा। दोनों युवाओं ने जिले में डायलिसिस की सुविधा होने पर कहा कि अब उन्हें डायलिसिस के लिए बाहर रायगढ़, रायपुर, बिलासपुर जाने की जरूरत नहीं है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष संजय भूषण पांडेय, अरविंद हरिप्रिया, अविनाश पुरी आदि उपस्थित थे। जिला चिकित्सालय सारंगढ़ में निःशुल्क डायलिसिस सेवा
कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे के निर्देशानुसार जिला चिकित्सालय सारंगढ़ में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम के तहत् जीवनधारा निःशुल्क डायलिसिस सेवा का सफल संचालन किया जा रहा है। कोई भी मरीज जिनका डायलिसिस उच्च संस्था या किसी भी निजी संस्था में हो रही है, ऐसे मरीज जिला चिकित्सालय सारंगढ़ के डायलिसिस कक्ष में अपना आधार कार्ड लेकर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम (पीएमएनडीपी) के तहत् जीवनधारा निःशुल्क डायलिसिस सेवा का लाभ प्राप्त कर सकते है।
क्रोनिक किडनी के मरीजों में खून की कमी, मूत्र में रक्त आना, पैरो में सूजन आना, चेहरों में सूजन आना, थकान, उक्त रक्तचाप, अनिद्रा, भूख में कमी, त्वचा में खुजली, रात्रि में जल्दी जल्दी पेशाब आना, मासपेशियों में झनझनाहट होना, सांस लेने में तकलीफ होना, मूत्र में प्रोटिन आना, शरीर के वजन में अचानक बदलाव आना, सिर दर्द होना आदि प्रकार के लक्षण होते है। इस प्रकार के लक्षण होने पर प्रतिदिवस जिला चिकित्सालय सारंगढ़ में आकर जांच एवं उपचार हेतु चिकित्सकीय सलाह ले सकते है। मरीजों द्वारा ऐसे लक्षण होने पर नजर अंदाज करने पर विभिन्न प्रकार के जटिलताएँ हो सकती है एवं गुर्दे की विफलता की संभावना बढ़ जाती है जिसकी वजह से बहुत प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ता है, जिसमें खून की कमी, केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र का नष्ट होना, त्वचा का रंग परिवर्तित होना, रक्त में पोटेशियम का स्तर बढ़ जाना जिससे हृदय को नुकसान होता है। अनिद्रा, पेरीकार्डिटिस, पेट में अलसर होना, प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाना इस प्रकार की जटिलताएँ होती है। इसी प्रकार के मरीजों को हिमो डायलिसिस कराने की संभावना बढ़ जाती है।

