अब इस योजना से 100 के बजाय मिलेगा 125 दिन का रोजगार
रायगढ़, 26 दिसम्बर 2025/ भारत एवं राज्य शासन की प्राथमिकता वाली रोजगार मूलक केंद्र सरकार की नई और महत्वाकांक्षी योजना विकसित भारत रोजगार व आजीविका गारंटी मिशन-ग्रामीण (वीबी-जी राम जी) अधिनियम, 2025 को रायगढ़ जिले में जिला कलेक्टर श्री मयंक चतुर्वेदी और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अभिजित बबन पठारे के संयुक्त मार्गदर्शन में प्रभावी ढंग से लागू कर दिया गया है।
हाल ही में राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद शुरू हुई यह योजना महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का एक आधुनिक और उन्नत रूप है। इसका मुख्य उद्देश्य वर्ष 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आजीविका के अवसरों को सुदृढ़ बनाना है।
रोजगार के दिनों में वृद्धि और त्वरित भुगतान
महात्मा गांधी नरेगा के आयुक्त श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने योजना की बारीकियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस नए मिशन के तहत अब ग्रामीण परिवारों को प्रति वर्ष 100 दिन के स्थान पर 125 दिन का गारंटीड रोजगार प्राप्त होगा। इससे ग्रामीणों को 25 दिनों का अतिरिक्त लाभ मिलेगा। साथ ही, श्रमिकों के आर्थिक हितों का ध्यान रखते हुए 7 दिनों के भीतर मजदूरी का भुगतान सुनिश्चित किया जाएगा।
योजना के तहत अब कार्यों का नियोजन पारंपरिक तरीकों के बजाय जीआईएस सैटेलाइट तकनीक से किया जाएगा। इसमें प्रमुख रूप से जल जीवन मिशन के अंतर्गत पेयजल मरम्मत, जल संरक्षण, स्कूलों का कायाकल्प, सामुदायिक भवनों का निर्माण और डबरी निर्माण जैसे कार्य शामिल हैं। इसके अलावा, लखपति दीदी योजना से जुड़े आजीविका कार्यों और कृषि संबंधी गतिविधियों को भी प्राथमिकता दी गई है।
खेती के सीजन का सम्मान और ग्रामीण सहभागिता
इस नवीन योजना के तहत स्थानीय जरूरतों को देखते हुए खेती-बुआई के पीक सीजन के दौरान वर्ष में 2 महीने कार्य बंद रखे जाएंगे, ताकि कृषि कार्यों के लिए मजदूरों की उपलब्धता बनी रहे। इस योजना की सबसे बड़ी ताकत ग्राम सभाएं होंगी, जहाँ ग्रामीण स्वयं अपने गांव के विकास की योजना बनाएंगे, जिसे सरकार द्वारा क्रियान्वित किया जाएगा।
व्यापक प्रचार-प्रसार और ग्राम सभाओं का आयोजन
राज्य शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विकास विभाग के निर्देशानुसार रायगढ़ जिले के सभी सात विकासखंडों में इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। पेसा क्षेत्र के पांच विकासखंडों में 24 दिसंबर से विशेष ग्राम सभाओं का सिलसिला शुरू हो चुका है, वहीं गैर-पेसा क्षेत्र 26 दिसंबर से (रायगढ़ एवं पुसौर) में भी लगातार बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए पंचायतों में पोस्टर, बैनर, होर्डिंग्स, नारा लेखन, दीवार लेखन, जन जागरूकता रैली, रंगोली और नुक्कड़ नाटकों का सहारा लिया जा रहा है।
