रायगढ़, 5 मार्च 2024/ सखी सेंटर रायगढ़ में एक प्रकरण प्राप्त हुआ। जिसमें आवेदिका द्वारा बताया गया कि 06 वर्ष पूर्व अन्तर्जातीय प्रेम विवाह किया गया था जिससे एक पुत्र है। जातिवाद के कारण ससुराल पक्ष द्वारा विवाह स्वीकार नही करने के कारण आवेदिका अपने पति व बच्चे के साथ पृथक रहती है। लगभग 01 वर्ष पूर्व ससुराल पक्ष द्वारा आवेदिका को रहने के लिए छोटा सा कमरा दिया था व सास-ससुर का देहांत हो चुका है। वर्तमान में जेठ द्वारा बटवारा देने हेतु सहमति दिया गया है, परंतु 01 वर्ष हो जाने उपरांत भी बटवारा नही हुआ। पति द्वारा शराब का सेवन करते हुये पीडि़ता के साथ मारपीट करते हुये मायके जाने कहा जाता था परंतु पत्नी पति के साथ प्रेमपूर्वक साथ रहने की लिए समझाईश दिलाने के लिए आवेदन सखी सेंटर में दिये जाने पर दोनों पक्षों का लिखित बयान लेते हुये, दोनों पक्ष की 03 बार संयुक्त काऊंसलिंग किये जाने पर धीरे-धीरे पति के व्यवहार में परिवर्तन होने लगा व निरंतर प्रकरण को फॉलोअप में रखा गया। दिनांक 29 फरवरी 2024 को आवेदिका सखी सेंटर में उपस्थित हुई व वर्तमान में पति के व्यवहार में सुधारात्मक परिवर्तन होने व प्रेमपूर्वक जीवन व्यतीत करने की जानकारी देते हुये सखी सेंटर रायगढ़ का आभार प्रकट कर प्रकरण समाप्त करने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया। उक्त आधार पर प्रकरण नस्तीबद्ध किया गया। उक्त प्रकरण की कार्यवाही जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला महिला बाल विकास अधिकारी एवं जिला महिला संरक्षण अधिकारी के मार्गदर्शन पर सखी वन स्टॉप सेंटर रायगढ़ के सेवा प्रदाताओं द्वारा किया गया।