इजराइल के म्यूजिक कंसर्ट के समय हमास ने हमला किया
हमास के हमले में नेपाल के 10 , थाईलैंड के 12, अमेरिका के 4 और यूक्रेन के 2 नागरिक अब तक मारे जा चुके है

इजराइल के इंटेलिजेंस मोसाद के फेल का मुख्य कारण ये है , इजराइल ऑटोमेटेड तरीके से हमास के हमले से निपट लेता है, मतलब इजराइल के पास जो आयरन डोम है वो हमले की स्थिति में अपने आप एक्टिवेट हो जाता है और हवा में ही रॉकेट को मार गिराता है, हमास के हमले से बचने के लिए इसराइल के पास जो आयरन डोम है वो ज्यादातर हमास से होने वाले वाले हमले से हमेशा इजराइल की रक्षा करता है, आयरन डोम हमास के द्वारा भेजे गए राकेट को हवा में ही ब्लास्ट कर देता है जिससे वो इजराइल की जमीन तक पहुंच ही नहीं पता, लेकिन आयरन डोम 90% रॉकेट को हवा में ब्लास्ट करने की शक्ति रखता है आयरन डोम 10% रॉकेट के हमले को रोकने में नाकामयाब रहता है, इसलिए इस बार हमास ने एक साथ 5000 राकेट दाग दिया जिससे आयरन डोम ने 4500 रॉकेट तो नष्ट कर दिए पर 10% को नष्ट नहीं कर पाया जिससे 500 रॉकेट ने इजराइल की जमीन में तबाही मचा दिया, इसी बीच हमास ने इजराइल की बॉर्डर पर फेंसिंग को बुलडोजर तोड़ दिया और इजराइल की जमीन में घुस गए इजराइल में हमास ने पैराग्लाइडिंग के द्वारा भी इजराइल में एंट्री कर रहे थे, साथ ही साथ हमास के आतंकवादी गाजा पट्टी से पानी के रास्ते से फैरी में बैठ कर भी इजराइल में घुस गए और ये सब उस समय हुआ जब इजराइल वेस्ट बैंक के युद्ध में उलझा हुआ था, उस समय इजराइल की सबसे ज्यादा फोर्स वेस्ट बैंक में थी ।
साथ ही साथ इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजेमिन नेत्याहु ने ज्यूडिशियल की सारी पावर को खत्म कर दिए थे, और बेंजामिन नेतन्याहू ने ज्यूडिशियल पावर अपने पास रख लिया था जिससे आम लोगो में बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ हो गए, साथ ही साथ इजराइल के सैनिक भी बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया जिससे हमास को बल मिल गया,
और तीसरा और सबसे बड़ा कारण ये है की, कुछ दिनों पहले अल अक्सा मस्जिद में कुछ आतंकवादी छुप गए थे, जिस पर इजराइल की सेना ने अल अक्सा मस्जिद पर हमला कर दिया और मस्जिद में गोलिया चला दिया जिसके कारण फिलीस्तीन ने नागरिक भड़क गए और हमास ने हमला कर दिया।
और सबसे बड़ा कारण ये है की इजराइल पिछले कई वर्षो से ईरान में कई बड़े वैज्ञानिकों को मरवाया जा रहा था पिछले दिनों इजराइल की इंटेलिजेंस मोसाद ने ईरान की न्यूक्लियर कार्यक्रम के जनक वैज्ञानिक फखीरजादे को मार दिया था जिससे ईरान बहुत भड़क ज्यादा भड़क गया, इसके कुछ साल पहले इजराइल की मोसाद ने ईरान के आर्मी चीफ जनरल सुलेमानी को एयरपोर्ट में हमला करवा कर मरवा दिया था, जिससे ईरान ने एक छोटे से देश लेबनान में हिजबुल्ला आतंकवादी संगठन को फंडिंग किया और हथियार सप्लाई किया जिससे कारण हिजबुल्ला और हमास दोनो ने मिलकर इजराइल में इतना बड़ा हमला को प्लान कर सके